MBBS (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery) वो कोर्स है जो भारत और विदेश में डॉक्टर बनने का सबसे पॉपुलर रास्ता है। लेकिन जब भी MBBS की बात होती है, तो सबसे बड़ा सवाल यही आता है, “MBBS की फीस कितनी है?” ये सवाल हर स्टूडेंट और उनके परिवार के लिए बहुत जरूरी हो जाता है, क्योंकि फीस का मैनेजमेंट एक बड़ी बात है।
MBBS की फीस अलग-अलग चीजों पर डिपेंड करती है, जैसे कि आप कौन से कॉलेज में एडमिशन ले रहे हैं—सरकारी, प्राइवेट या विदेश के कॉलेज।
इसके अलावा, लोकेशन और कुछ और फैक्टर्स भी फीस को प्रभावित करते हैं। सरकारी कॉलेज, जैसे AIIMS, में फीस बहुत कम होती है। वहीं, प्राइवेट और विदेश के मेडिकल कॉलेजों में फीस काफी ज्यादा हो सकती है।
आज हम आपको MBBS की फीस के बारे में आसान तरीके से समझाएंगे। हम बताएंगे कि AIIMS, प्राइवेट और विदेश के मेडिकल कॉलेजों की फीस में क्या फर्क है।
इसके अलावा, अगर फीस ज्यादा लग रही है, तो उसे कम करने के कुछ आसान तरीके भी बताएंगे। तो चलिए, MBBS की फीस की इस कहानी को समझते हैं।
आज हम जानेंगे की
AIIMS में MBBS की फीस कितनी है?
AIIMS (All India Institute of Medical Sciences) भारत के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है, और यहाँ MBBS की पढ़ाई का सपना हर मेडिकल छात्र देखता है। यह संस्थान न केवल अपनी उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के लिए जाना जाता है बल्कि यहां की फीस भी बेहद किफायती है।
AIIMS में MBBS की फीस मात्र ₹1,628 प्रति वर्ष है, जो कि भारत के किसी भी अन्य मेडिकल कॉलेज की तुलना में काफी कम है। इस फीस में ट्यूशन, रजिस्ट्रेशन चार्ज, और अन्य प्रशासनिक शुल्क शामिल होते हैं।
5.5 साल के इस कोर्स की कुल फीस करीब ₹8,140 तक होती है। आप सोच रहे होंगे कि इतनी कम फीस में पढ़ाई कैसे संभव है? दरअसल, AIIMS सरकारी संस्थान है और इसे सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाता है, जिससे छात्रों को बेहतरीन शिक्षा बहुत कम लागत में मिलती है।
हालांकि, AIIMS में अन्य खर्चे भी होते हैं, जैसे कि बुक्स और स्टडी मैटेरियल, जो सालाना ₹6,000 से ₹8,000 के बीच हो सकते हैं। इसके अलावा, हॉस्टल और मेस के खर्चे लगभग ₹3,000 से ₹5,000 प्रति माह तक होते हैं। लेकिन कुल मिलाकर, AIIMS में पढ़ाई करना न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी एक बड़ा सौभाग्य है।
यह उन छात्रों के लिए एक वरदान है, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं और मेडिकल फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
विदेश में MBBS की फीस कितनी है?
विदेश में MBBS की पढ़ाई का सपना देखना आज के समय में बहुत से छात्रों के लिए एक सामान्य बात हो गई है। बेहतर सुविधाएं, ग्लोबल एक्सपोज़र, और उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के कारण कई छात्र भारत से बाहर जाकर मेडिकल की पढ़ाई करना पसंद करते हैं। हालांकि, विदेश में MBBS की फीस और अन्य खर्चे भारतीय कॉलेजों की तुलना में काफी ज्यादा हो सकते हैं।
1. रूस और यूक्रेन
रूस और यूक्रेन विदेश में MBBS की पढ़ाई के लिए भारतीय छात्रों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। यहां की फीस प्रति वर्ष ₹2.5 लाख से ₹5 लाख तक होती है।
पूरे 6 साल के कोर्स का कुल खर्च ₹15 लाख से ₹30 लाख तक हो सकता है। इसके साथ ही, रहने-खाने का खर्च भी शामिल करें, तो यह हर महीने ₹10,000 से ₹15,000 तक हो सकता है।
इन देशों में भारतीय छात्रों के लिए विशेष स्कॉलरशिप और सहूलियतें भी उपलब्ध होती हैं, जिससे कुल खर्च को थोड़ा कम किया जा सकता है।
2. यूएसए और यूके
अगर आप यूएसए या यूके में MBBS करने का सपना देख रहे हैं, तो यह समझना जरूरी है कि यहां की फीस भारतीय कॉलेजों की तुलना में कई गुना ज्यादा होती है।
फीस प्रति वर्ष ₹30 लाख से ₹70 लाख तक हो सकती है, और पूरे कोर्स का खर्च ₹1.5 करोड़ से ₹4 करोड़ तक पहुंच सकता है। रहने-खाने का खर्च भी काफी ज्यादा होता है, जो ₹1 लाख प्रति माह से अधिक हो सकता है।
हालांकि, यहां की डिग्री आपको ग्लोबल एक्सपोज़र और उच्च सैलरी पैकेज दिला सकती है, जिससे यह निवेश वाजिब लगता है।
3. चीन
चीन भी भारतीय छात्रों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनकर उभरा है। यहां की फीस प्रति वर्ष ₹2 लाख से ₹4 लाख तक होती है, और कुल कोर्स का खर्च ₹12 लाख से ₹25 लाख तक होता है। चीन में रहने-खाने का खर्च भी अपेक्षाकृत कम होता है, जो ₹15,000 से ₹20,000 प्रति माह हो सकता है।
विदेश में पढ़ाई का एक बड़ा फायदा यह है कि आपको एक अलग तरह का अनुभव मिलता है, लेकिन भारत में प्रैक्टिस करने के लिए आपको FMGE (Foreign Medical Graduate Examination) पास करना जरूरी होता है।
प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में MBBS की फीस कितनी है?
अगर आप भारत में ही रहकर MBBS करना चाहते हैं लेकिन सरकारी कॉलेज में दाखिला नहीं ले पाए, तो प्राइवेट मेडिकल कॉलेज एक विकल्प हो सकता है। हालांकि, प्राइवेट कॉलेजों की फीस बहुत ज्यादा होती है और यह हर किसी के लिए संभव नहीं हो पाती।
भारत के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में MBBS की फीस प्रति वर्ष ₹10 लाख से ₹25 लाख तक हो सकती है। औसत कॉलेजों की फीस ₹5 लाख से ₹12 लाख प्रति वर्ष होती है। पूरे कोर्स का कुल खर्च ₹50 लाख से ₹1.5 करोड़ तक जा सकता है। इसके अलावा, हॉस्टल और मेस के खर्चे ₹1 लाख से ₹2 लाख प्रति वर्ष तक हो सकते हैं।
लेकिन, प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन लेने से पहले यह देखना बहुत जरूरी है कि वहां की सुविधाएं, फैकल्टी, और इन्फ्रास्ट्रक्चर कैसा है। कई बार फीस ज्यादा होने के बावजूद, गुणवत्ता से समझौता करना पड़ता है। इसलिए, पूरी जानकारी और रिसर्च के बाद ही निर्णय लें।
Comparison: AIIMS, Foreign and Private Medical College
कॉलेज का प्रकार | फीस (प्रति वर्ष) | कुल फीस (5.5/6 वर्ष) | अन्य खर्चे |
---|---|---|---|
AIIMS | ₹1,628 | ₹8,140 | ₹6,000 – ₹8,000 प्रति वर्ष |
रूस/यूक्रेन | ₹2.5 – ₹5 लाख | ₹15 – ₹30 लाख | ₹10,000 – ₹15,000 प्रति माह |
यूएसए/यूके | ₹30 – ₹70 लाख | ₹1.5 – ₹4 करोड़ | ₹1 लाख प्रति माह से अधिक |
प्राइवेट मेडिकल कॉलेज (India) | ₹5 – ₹25 लाख | ₹50 लाख – ₹1.5 करोड़ | ₹1 – ₹2 लाख प्रति वर्ष |
MBBS की फीस कम करने के उपाय
MBBS की पढ़ाई का खर्च कई स्टूडेंट्स और उनके परिवारों के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकता है। लेकिन सही जानकारी और थोड़ी प्लानिंग के साथ आप इस बोझ को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इसमें मदद करने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं।
1. स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स:
सबसे पहले बात करें स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स की। नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP) एक सरकारी वेबसाइट है, जहाँ आप अपनी योग्यता और आर्थिक स्थिति के आधार पर कई स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यहाँ आपको ₹10,000 से लेकर ₹1,00,000 तक की स्कॉलरशिप मिल सकती है, जो आपकी फीस का एक बड़ा हिस्सा कवर कर सकती है।
2. प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना (PMSS)
इसके अलावा, प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना (PMSS) जैसे प्रोग्राम हैं, जो खासकर उन छात्रों के लिए हैं जो सेना के परिवारों से आते हैं। इस स्कॉलरशिप में ₹30,000 से ₹50,000 प्रति वर्ष तक की मदद मिलती है।
साथ ही, हर राज्य सरकार अपनी स्कॉलरशिप स्कीम भी चलाती है। जैसे, महाराष्ट्र की राजर्षि शाहू महाराज स्कॉलरशिप या उत्तर प्रदेश की मेडिकल एजुकेशन स्कॉलरशिप, जहाँ ₹20,000 से ₹50,000 तक की आर्थिक मदद मिलती है।
सरकारी कॉलेज, जैसे AIIMS, में तो फीस इतनी कम होती है कि आप विश्वास नहीं करेंगे—AIIMS की वार्षिक फीस सिर्फ ₹1,628 है!
3. एजुकेशन लोन:
अब अगर फीस का बोझ अभी भी ज्यादा लग रहा हो, तो एजुकेशन लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। भारत के लगभग हर बड़े बैंक में मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशन लोन की सुविधा है।
जैसे, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भारत में पढ़ाई के लिए ₹10 लाख और विदेश में पढ़ाई के लिए ₹20 लाख तक का लोन देता है। उनकी ब्याज दर भी 8.50% से शुरू होती है, जो अन्य बैंकों की तुलना में किफायती है।
HDFC बैंक भी ₹15 लाख तक का लोन देता है और उनकी प्रोसेसिंग काफी तेज है। ICICI बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे पब्लिक सेक्टर बैंक भी आसान शर्तों पर लोन ऑफर करते हैं। इन लोन को चुकाने के लिए लंबे समय तक की सुविधा मिलती है, जिससे पढ़ाई का दबाव कम होता है।
4. इंटर्नशिप और स्टाइपेंड:
इसके अलावा, MBBS की पढ़ाई के दौरान इंटर्नशिप भी एक बड़ा सहारा बन सकती है। खासकर AIIMS और अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इंटर्नशिप के दौरान ₹20,000 से ₹30,000 प्रति माह तक का स्टाइपेंड मिलता है।
जैसे, सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली में ₹23,500 प्रति माह और लखनऊ के केजीएमयू में ₹25,000 प्रति माह तक का स्टाइपेंड दिया जाता है। यह न सिर्फ आपकी पढ़ाई का खर्च निकालने में मदद करता है, बल्कि आपको प्रैक्टिकल अनुभव भी देता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
AIIMS एक सरकारी संस्थान है और इसे सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। इसलिए, यहां की फीस बेहद कम होती है।
विदेश में MBBS करना फायदेमंद हो सकता है, खासकर यदि आप रूस, यूक्रेन या चीन जैसे देशों में जाते हैं, जहां फीस अपेक्षाकृत कम है। हालांकि, आपको FMGE परीक्षा पास करनी होती है ताकि आप भारत में प्रैक्टिस कर सकें।
स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP) पर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार और विभिन्न संस्थानों द्वारा भी स्कॉलरशिप योजनाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
MBBS करने के बाद शुरुआती सैलरी ₹6 लाख से ₹12 लाख प्रति वर्ष के बीच हो सकती है। यह सैलरी आपके अनुभव, स्पेशलाइजेशन, और संस्थान पर निर्भर करती है।
निष्कर्ष
MBBS की पढ़ाई की फीस हर कॉलेज और जगह के हिसाब से अलग होती है। जैसे, AIIMS जैसे सरकारी कॉलेज में फीस बहुत कम होती है, लेकिन प्राइवेट कॉलेज या विदेश में पढ़ाई करने पर फीस काफी ज्यादा हो सकती है।
इसलिए, आपको अपने बजट और जरूरत के हिसाब से सही कॉलेज चुनना चाहिए। अगर फीस ज्यादा लगती है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप स्कॉलरशिप और एजुकेशन लोन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मेडिकल फील्ड में करियर बनाना एक शानदार मौका है। इसमें न सिर्फ इज्जत मिलती है, बल्कि दूसरों की मदद करने और अपनी जिंदगी में संतुष्टि पाने का मौका भी मिलता है।
आपकी मेडिकल की इस सफर के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं!

Akash Mahto is a dedicated educator and blogger passionate about helping students prepare for competitive exams. With years of experience in guiding students, Akash shares valuable insights on government job opportunities, exam preparation strategies, and career growth.