पायलट बनने में कितना खर्च आता है? | Loan, Scholarship, Airlines Training Programs से कम खर्च में पायलट कैसे बने?

क्या आपने कभी आसमान में उड़ते हुए हवाई जहाज को देखकर सोचा है कि पायलट बनना कितना रोमांचक होगा? लेकिन इसी के साथ यह सवाल भी दिमाग में आता है कि पायलट बनने में कितना खर्च होता है?

आज हम इसी सवाल का जवाब विस्तार से जानेंगे। हम पायलट बनने की पूरी प्रक्रिया, इससे जुड़ी लागत, और इसमें लगने वाले समय को स्टेप-बाय-स्टेप समझाएंगे।

पायलट बनने का सपना: शुरुआत कैसे करें?

पायलट बनने का सपना देखना जितना बड़ा है, इसे पूरा करना उतना ही मेहनत और प्लानिंग का काम है। यह प्रक्रिया कई चरणों में बंटी होती है, और हर चरण के साथ अलग-अलग खर्च शामिल होते हैं। आइए जानते हैं कि इस सफर की शुरुआत कैसे होती है।

First Step: क्लास 2 मेडिकल

जब आप पायलट बनने की सोचते हैं, तो पहला कदम होता है मेडिकल फिटनेस टेस्ट। यह टेस्ट यह सुनिश्चित करता है कि आप उड़ान के लिए स्वास्थ्य के लिहाज से फिट हैं। DGCA (Directorate General of Civil Aviation) द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल सेंटर्स पर क्लास 2 मेडिकल टेस्ट कराया जाता है।

  • लागत: ₹5000 से ₹8000 के बीच।
  • समय: 2 से 3 घंटे।
  • क्या जांचा जाता है: आपकी आंखों की रोशनी, ब्लड प्रेशर, हियरिंग और अन्य सामान्य स्वास्थ्य पैरामीटर।
  • महत्व: इस टेस्ट को पास करना अनिवार्य है, क्योंकि यह आपके पायलट बनने की यात्रा का पहला पड़ाव है।

Second Step: क्लास 1 मेडिकल

क्लास 2 मेडिकल पास करने के बाद आपको क्लास 1 मेडिकल करवाना होता है। यह टेस्ट अधिक Detailed होता है और इसमें आपकी Physical fitness और Mental health का भी आकलन किया जाता है।

  • लागत: ₹5000 से ₹15000।
  • समय: 1 दिन।
  • कहां करें: DGCA-मान्यता प्राप्त सेंटर्स जैसे मुंबई का नानावटी अस्पताल।
  • महत्व: क्लास 1 मेडिकल पास करने के बाद ही आप फ्लाइंग ट्रेनिंग में दाखिला ले सकते हैं।

Ground Classes : उड़ान से पहले की तैयारी

मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद, अगला चरण है ग्राउंड क्लासेस। यह वह जगह है जहां आपको हवाई जहाज उड़ाने से पहले जरूरी थ्योरी और तकनीकी ज्ञान सिखाया जाता है। यह लगभग 6 महीने तक चलता है।

  • लागत: ₹2 लाख से ₹3.5 लाख।
  • स्थान: प्रमुख फ्लाइट स्कूल और एविएशन अकादमी।
  • क्या सिखाया जाता है:
    • एयरोडायनामिक्स: हवाई जहाज हवा में कैसे चलता है।
    • नेविगेशन: उड़ान के दौरान सही दिशा में जाना।
    • मौसम विज्ञान: मौसम की जानकारी और उसका असर।
    • फ्लाइट ऑपरेशन्स: एयरक्राफ्ट के सिस्टम और उनकी कार्यप्रणाली।

Flying Training: आपके सपनों की उड़ान

फ्लाइंग ट्रेनिंग, पायलट बनने की सबसे महत्वपूर्ण और महंगी स्टेज है। इसमें आपको प्रैक्टिकल अनुभव के जरिए हवाई जहाज उड़ाना सिखाया जाता है।

200 घंटे की उड़ान

DGCA के नियमों के अनुसार, आपको कम से कम 200 घंटे की उड़ान पूरी करनी होती है। यह उड़ान अनुभव आपको पायलट लाइसेंस (CPL) प्राप्त करने के लिए जरूरी है।

  • लागत: ₹35 लाख से ₹40 लाख।
  • कहां करें:
    • भारत में: इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स।
    • विदेशों में: अमेरिका, कनाडा, और फिलीपींस के फ्लाइट स्कूल।
फ्लाइंग स्कूलस्थानऔसत लागत
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्सभारत₹35 लाख
CAE फ्लाइट स्कूलअमेरिका₹40-45 लाख
एयरविंग्स इंटरनेशनलफिलीपींस₹30-35 लाख

इसमें क्या सिखाया जाता है?

  1. टेक-ऑफ और लैंडिंग की तकनीक।
  2. उड़ान के दौरान इमरजेंसी सिचुएशन्स को संभालना।
  3. एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के साथ कम्युनिकेशन।
  4. रात में उड़ान भरने का अनुभव।

Type Rating: विशिष्ट विमान की ट्रेनिंग

फ्लाइंग ट्रेनिंग के बाद, टाइप रेटिंग करना अनिवार्य होता है। यह ट्रेनिंग किसी विशेष विमान जैसे बोइंग 737 या एयरबस A320 को उड़ाने के लिए दी जाती है। एयरलाइंस में नौकरी पाने के लिए यह जरूरी है।

  • लागत: ₹15 लाख से ₹20 लाख।
  • समय: 2-3 महीने।
  • प्रक्रिया: सिम्युलेटर पर ट्रेनिंग और विमान के ऑपरेशनल सिस्टम की गहराई से समझ।

Total Expenses : पायलट बनने का खर्च कितना है?

अब जब हमने हर चरण को समझ लिया है, तो आइए कुल खर्च पर एक नजर डालते हैं।

चरणलागत (लगभग)
क्लास 2 मेडिकल₹5000 – ₹8000
क्लास 1 मेडिकल₹5000 – ₹15000
ग्राउंड क्लासेस₹2 लाख – ₹3.5 लाख
फ्लाइंग ट्रेनिंग₹35 लाख – ₹40 लाख
टाइप रेटिंग₹15 लाख – ₹20 लाख
कुल लागत₹55 लाख – ₹60 लाख

पायलट बनने में कितना खर्च के लिए Funding Options

पायलट बनने का खर्च काफी ज्यादा है, लेकिन इसे पूरा करने के लिए कई फंडिंग विकल्प उपलब्ध हैं। अगर आप सही तरीके से प्लानिंग करें, तो यह सफर आसान हो सकता है। आइए, इन विकल्पों को सरल शब्दों में समझते हैं।

1. Taking loan from bank

बैंक लोन पायलट बनने के खर्च को फाइनेंस करने का सबसे आम तरीका है। बड़े बैंक जैसे SBI, HDFC, और ICICI पायलट ट्रेनिंग के लिए एजुकेशन लोन देते हैं।

  • लोन की राशि: ₹30 लाख से ₹50 लाख तक।
  • ब्याज दर: लगभग 8% से 12%।
  • लोन चुकाने का समय: 7 से 15 साल।
  • जरूरी दस्तावेज: पहचान पत्र, एडमिशन लेटर, और कोर्स फीस की डिटेल।

लोन लेने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आप इसे चुकाने की योजना अच्छे से बना लें।

2. Scholarship

कुछ फ्लाइट स्कूल और सरकारी संस्थान मेधावी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करते हैं। इससे आपकी फीस का एक बड़ा हिस्सा कवर हो सकता है।

  • उदाहरण:
    • इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स की मेरिट स्कॉलरशिप।
    • DGCA की विशेष आर्थिक सहायता योजनाएं।

अगर आप एक अच्छे स्टूडेंट हैं और आपकी परफॉर्मेंस शानदार है, तो स्कॉलरशिप पाना आसान हो सकता है।

3. Airlines training programs

कुछ एयरलाइंस जैसे इंडिगो और स्पाइसजेट, कैडेट प्रोग्राम चलाती हैं। इसमें वे आपकी ट्रेनिंग की फीस का कुछ हिस्सा कवर करती हैं और बदले में आपको उनकी कंपनी के लिए काम करना होता है।

  • फायदे:
    • ट्रेनिंग के दौरान आर्थिक मदद।
    • नौकरी की गारंटी।

यह विकल्प उन छात्रों के लिए बढ़िया है, जो ट्रेनिंग के बाद तुरंत नौकरी चाहते हैं।

4. Own Savings

अगर आपके पास या आपके परिवार के पास पर्याप्त बचत है, तो आप इसे खर्च कर सकते हैं।

  • फायदा:
    • ब्याज का बोझ नहीं।
    • लोन चुकाने की चिंता से मुक्त।

5. International Funding

अगर आप विदेश में ट्रेनिंग करना चाहते हैं, तो कई अंतरराष्ट्रीय संस्थान स्कॉलरशिप और आर्थिक मदद प्रदान करते हैं।

  • उदाहरण:
    • Oxford Aviation Academy की स्कॉलरशिप।
    • एशियन डेवलपमेंट बैंक के लोन।
पायलट बनने में कुल खर्च कितना आता है?

पायलट बनने में कुल खर्च ₹55 लाख से ₹60 लाख के बीच होता है। इसमें मेडिकल टेस्ट, ग्राउंड क्लासेस, फ्लाइंग ट्रेनिंग और टाइप रेटिंग शामिल हैं।

पायलट बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता क्या है?

पायलट बनने के लिए 12वीं पास होना अनिवार्य है, जिसमें फिजिक्स और मैथ्स विषय हों।

क्या पायलट ट्रेनिंग के लिए लोन मिलता है?

हां, बड़े बैंक जैसे SBI, HDFC, और ICICI एविएशन ट्रेनिंग के लिए एजुकेशन लोन प्रदान करते हैं। लोन की राशि ₹30 लाख से ₹50 लाख तक हो सकती है।

फ्लाइंग ट्रेनिंग के लिए भारत या विदेश, कौन सा बेहतर है?

भारत और विदेश दोनों के फ्लाइट स्कूल अपने फायदे और नुकसान के साथ आते हैं। विदेश में ट्रेनिंग महंगी हो सकती है, लेकिन वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रेनिंग क्वालिटी बेहतर होती है। भारत में लागत कम है, लेकिन विकल्प सीमित हो सकते हैं।

निष्कर्ष: क्या पायलट बनना सही फैसला है?

पायलट बनना एक रोमांचक और सम्मानजनक करियर है। हालांकि, इसमें लगने वाला खर्च काफी ज्यादा है, लेकिन सही प्लानिंग और मेहनत से यह सपना साकार हो सकता है।

याद रखें, पायलट बनना सिर्फ उड़ान भरने का ही नहीं, बल्कि जिम्मेदारी उठाने और अपनी क्षमताओं को साबित करने का मौका भी है। अगर आप इस सफर के लिए तैयार हैं, तो आपके सपने को पंख मिलना तय है।

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